हादसे की भयावह शुरुआत
12 जून 2025 की सुबह, अहमदाबाद से लंदन के लिए रवाना हुई Air India की फ्लाइट 171 टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही भयानक दुर्घटना का शिकार हो गई। विमान ने जैसे ही उड़ान भरी, अचानक एयर ट्रैफिक कंट्रोल को “मेडे कॉल” भेजा और फिर वह तेजी से नीचे गिरते हुए बी.जे. मेडिकल कॉलेज हॉस्टल की इमारत से टकरा गया।
इस भीषण विमान हादसे में कुल 269 लोगों की मौत हो गई – जिनमें 241 यात्री और क्रू सदस्य विमान में सवार थे, और 28 लोग जमीन पर मौजूद थे। यह हादसा भारत के इतिहास का सबसे भयावह विमान हादसा बन गया है।
एकमात्र जीवित यात्री और चश्मदीद
इस हादसे में केवल एक यात्री बच पाए – 32 वर्षीय विश्वास कुमार रमेश, जो कि ब्रिटिश–भारतीय नागरिक हैं और विमान के आपातकालीन सीट 11A पर बैठे थे। उन्होंने बताया कि “धुएं से कुछ नहीं दिख रहा था, सब कुछ एक सेकंड में खत्म हो गया।”
वह इस वक्त अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में इलाजरत हैं और उनकी हालत स्थिर है।
राहत और बचाव कार्य
हादसे के तुरंत बाद NDRF, वायु सेना, स्थानीय पुलिस, और फायर ब्रिगेड की टीमों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया। करीब 60 लोग घायल हुए हैं जिन्हें इलाज के लिए सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
Air India और टाटा ग्रुप ने मृतकों के परिजनों को ₹1 करोड़ का मुआवजा और सभी घायलों के इलाज का खर्च उठाने की घोषणा की है। साथ ही कंपनी ने हॉस्टल की पुनर्निर्माण में भी मदद का आश्वासन दिया है।
पीएम मोदी का अहमदाबाद दौरा – घायलों से की मुलाकात
हादसे के अगले ही दिन, यानी 13 जून 2025 को, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अहमदाबाद का दौरा किया। उन्होंने:
- क्रैश साइट का निरीक्षण किया, जहां मलबा और जली हुई इमारतें देखीं।
- अहमदाबाद सिविल अस्पताल पहुंचे, जहां उन्होंने घायलों से मुलाकात की और उनका हालचाल जाना।
- मीडिया से बात करते हुए कहा, “यह हादसा दिल दहला देने वाला है। सरकार पीड़ितों के साथ खड़ी है।“
उनकी इस विज़िट ने पीड़ित परिवारों में भरोसे का संचार किया और पूरे देश को यह संदेश मिला कि सरकार इस आपदा को गंभीरता से ले रही है।
जांच और ब्लैक बॉक्स बरामद
विमान का ब्लैक बॉक्स (फ्लाइट रिकॉर्डर) बरामद कर लिया गया है। इसकी मदद से अब पता लगाया जाएगा कि इस हादसे की असली वजह क्या थी – क्या यह तकनीकी खराबी थी? पायलट की गलती? या इंजन फेलियर?
जांच में अब भारत की AAIB, UK की एयरक्राफ्ट इन्वेस्टिगेशन टीम, अमेरिकी NTSB, और Boeing की टीमें शामिल हो गई हैं।
दिल दहला देने वाली मानवीय कहानियां
- कई मेडिकल छात्र हॉस्टल में सो रहे थे, जिनकी जान इस हादसे में चली गई।
- एक छात्रा ने बताया, “मेरे दोस्त का कॉल आया था – उसने कहा कि जहाज में आग लग गई है, और उसके बाद कॉल कट गया।”
- कई परिवार DNA टेस्ट के माध्यम से अपने परिजनों की पहचान कर रहे हैं – यह इंतजार दर्दनाक है।
हादसे की वजह से सिर्फ भारत नहीं, बल्कि ब्रिटेन, कनाडा, पुर्तगाल जैसे कई देशों में भी शोक की लहर दौड़ गई है।
यह हादसा क्यों मायने रखता है?
- यह Boeing 787 Dreamliner का पहला बड़ा फेटल क्रैश था।
- यह भारत में हुआ अब तक का सबसे बड़ा विमान हादसा है।
- इस हादसे ने एयर सेफ्टी और एविएशन रेगुलेशन को लेकर बड़ी बहस छेड़ दी है।
- प्रधानमंत्री मोदी का घायलों से मिलना, मानवीय संवेदना और नेतृत्व का उदाहरण बन गया है।
निष्कर्ष: एकजुटता और जांच की उम्मीद
अहमदाबाद विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। लेकिन इस बीच राहत की बात यह है कि सरकार, एयर इंडिया, और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां जवाबदेही और पारदर्शिता के साथ काम कर रही हैं।
पीएम मोदी की विज़िट और पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दर्शाती है कि देश मुश्किल समय में अपने नागरिकों के साथ खड़ा है। उम्मीद है कि ब्लैक बॉक्स की रिपोर्ट से हादसे की सच्चाई सामने आएगी और भविष्य में इस तरह की त्रासदी दोबारा न हो।