तेहरान/नई दिल्ली/बीजिंग, जून 2025:https://news-villa.com/live
दुनिया एक बार फिर युद्ध की दहलीज पर खड़ी नज़र आ रही है। ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव ने वैश्विक शक्ति संतुलन को गंभीर खतरे में डाल दिया है। इसी बीच भारत और चीन ने अपने नागरिकों को ‘ईरान तुरंत छोड़ने’ की कड़ी चेतावनी जारी कर दी है। यह इमरजेंसी अलर्ट दर्शाता है कि हालात अब सिर्फ क्षेत्रीय संघर्ष नहीं, बल्कि संभावित वैश्विक युद्ध (World War 3) की ओर बढ़ रहे हैं।
क्या है अलर्ट का कारण?
पिछले कुछ दिनों में ईरान की राजधानी तेहरान, सीरिया और इराक के सीमावर्ती इलाकों में इजरायली मिसाइल हमलों और ईरानी जवाबी ड्रोन हमलों ने हालात को विस्फोटक बना दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, ईरान की ओर से ‘संवेदनशील परमाणु ठिकानों’ के आसपास सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी गई है, वहीं इजरायल ने भी अपनी हवाई सीमा को पूरी तरह लॉक कर दिया है।
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इसी बढ़ते टकराव को देखते हुए भारत सरकार ने 16 जून को एक एडवाइजरी जारी कर अपने सभी नागरिकों को तत्काल ईरान से निकलने को कहा है। चीन ने भी इसी तर्ज पर अपने नागरिकों के लिए ट्रैवल अलर्ट लेवल 4 (Do Not Travel) घोषित किया है।
भारत और चीन की चिंता क्यों है?
भारत और चीन दोनों के ईरान से व्यापारिक और रणनीतिक संबंध हैं। भारत का “चाबहार पोर्ट” प्रोजेक्ट ईरान में मौजूद है और कई भारतीय इंजीनियर, तकनीशियन व व्यापारी वहां कार्यरत हैं। वहीं चीन की भी “Belt and Road Initiative” (BRI) के तहत ईरान में भारी निवेश है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि यह युद्ध क्षेत्रीय स्तर से बढ़कर वैश्विक स्तर तक फैला, तो न सिर्फ पश्चिम एशिया बल्कि दक्षिण एशिया, यूरोप और अमेरिका भी इसकी चपेट में आ सकते हैं।
💬 भारत सरकार की एडवाइजरी में क्या कहा गया?
भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) द्वारा जारी एडवाइजरी में कहा गया:
“सभी भारतीय नागरिक जो इस समय ईरान में मौजूद हैं, उनसे आग्रह किया जाता है कि वे तुरंत देश छोड़ने की प्रक्रिया शुरू करें। वहां की सुरक्षा स्थिति अत्यधिक अस्थिर है। भविष्य में उड़ानों पर असर पड़ सकता है।”
साथ ही, दूतावास ने भारतीयों से कहा है कि वे अपना लोकेशन रजिस्टर कराएं और इमरजेंसी कॉन्टैक्ट नंबर सेव रखें।
चन ने क्या रुख अपनाया?
चीन की सरकार ने ईरान के हालात को देखते हुए अपने नागरिकों से कहा है कि:
“ईरान में रहना अब सुरक्षित नहीं है। सभी नागरिक तुरंत लौटने की योजना बनाएं। व्यापारिक यात्राएं रद्द करें।”
चीन की सरकारी मीडिया Global Times और CGTN ने भी इसे “pre-war evacuation alert” बताया है।
क्या वाकई शुरू होने जा रहा है World War 3?
विश्लेषकों के अनुसार, यदि ईरान और इजरायल का युद्ध और गहराता है, तो अमेरिका, रूस, तुर्की, सऊदी अरब, कतर, पाकिस्तान और इराक जैसे देशों की सीधी या परोक्ष भागीदारी संभव है। इससे एक ऐसा अंतरराष्ट्रीय सैन्य संघर्ष जन्म ले सकता है जिसे कई जानकार ‘World War 3 in making’ कह रहे हैं। जाने-माने अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा विश्लेषक माइकल ट्रेसी कहते हैं:
“यह सिर्फ एक ‘localized conflict’ नहीं रह गया है। शक्तिशाली देशों की इंटेलिजेंस एजेंसियां इसमें पहले ही सक्रिय हो चुकी हैं। ये हालात 1914 जैसे नजर आ रहे हैं – जब विश्व युद्ध का बीज बोया गया था।”
🛫 ईरान से निकासी का हाल
भारत सरकार ने एयर इंडिया और अन्य निजी एयरलाइनों के माध्यम से ईरान से विशेष उड़ानों की व्यवस्था शुरू की है। तेहरान एयरपोर्ट पर भारी भीड़ और असमंजस का माहौल देखा गया।
📌 एक भारतीय छात्र राहुल वर्मा ने बताया:
“हमें रातों-रात पैकिंग करनी पड़ी। गोलीबारी और साइरन की आवाज़ें आने लगी थीं। शुक्र है भारत सरकार ने समय रहते कदम उठाया।”
🔍 सोशल मीडिया पर मचा तूफान
भारत-चीन के इस कदम के बाद सोशल मीडिया पर #WorldWar3, #IranAlert, #GlobalConflict जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे हैं। कई वायरल वीडियो में तेहरान की सड़कों पर हड़कंप, बम शेल्टर की तैयारी, और फ्लाइट्स की लंबी कतारें देखी जा सकती हैं।
ट्विटर/X पर यूजर्स ने लिखा:
“WW3 loading… The evacuation alert by India and China is not normal!”
वैश्विक बाजारों पर असर
- कच्चे तेल की कीमतें 120 डॉलर/बैरल के पार पहुंच गईं
- सोने की कीमत में ₹2000 प्रति 10 ग्राम का उछाल
- शेयर बाजार में भारी गिरावट, सेंसेक्स 700 अंक टूटा
निष्कर्ष: क्या वाकई जंग अब टालना नामुमकिन है?
यह कहना कठिन है कि वर्ल्ड वॉर 3 कब शुरू होगा, लेकिन यह साफ है कि वैश्विक तनाव अपने चरम पर है। भारत और चीन जैसे देशों का इमरजेंसी अलर्ट दिखाता है कि हालात सामान्य नहीं हैं।
सवाल यही है —
क्या दुनिया एक और तबाही के कगार पर है? या कूटनीति एक बार फिर इतिहास को दोहराने से रोक पाएगी?