तेहरान/जेरूसलम, जून 2025 – एक ऐसी घटना जिसने पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया। ईरान की एक न्यूज़ एंकर अपने स्टूडियो से लाइव समाचार पढ़ रही थीं, तभी इज़राइली मिसाइल हमले की गूंज ने माहौल को दहला दिया। यह दृश्य न केवल कैमरे में कैद हुआ बल्कि कुछ ही मिनटों में इंटरनेट पर वायरल हो गया।
क्या है पूरा मामला?
शनिवार की शाम, लगभग 7:45 बजे (स्थानीय समयानुसार), ईरान के सरकारी टेलीविज़न चैनल IRIB (Islamic Republic of Iran Broadcasting) पर रोज़ की तरह समाचार बुलेटिन का प्रसारण हो रहा था। स्टूडियो में मौजूद एंकर सईदा अल्वी अंतरराष्ट्रीय खबरें पढ़ रही थीं। माहौल पूरी तरह सामान्य था — लेकिन तभी अचानक एक जोरदार धमाके की आवाज़ गूंजी।
ध्वनि इतनी तीव्र थी कि कुछ ही सेकेंड में स्टूडियो की लाइटें झपकने लगीं और कैमरा अस्थिर होने लगा। एंकर घबराकर रुक गईं और स्क्रीन कुछ देर के लिए ब्लैक आउट हो गई।
बाद में जानकारी सामने आई कि यह धमाका IRIB के सैटेलाइट ब्रॉडकास्ट सेंटर के नज़दीक हुआ, जिस पर इज़राइली फाइटर जेट्स ने लक्षित मिसाइल हमला किया था।
वायरल वीडियो में क्या दिखा?
वायरल हो रहे इस वीडियो में एक भयावह सच्चाई उजागर होती है – पत्रकारिता अब युद्ध के मैदान में खड़ी है। वीडियो में सईदा अल्वी को न्यूज पढ़ते हुए देखा जा सकता है, तभी स्टूडियो के बाहर से धमाके की आवाज़ आती है। उनके चेहरे के भाव एक पल में बदल जाते हैं — डर, हैरानी और बेचैनी।
कुछ क्षणों के लिए कैमरा डगमगाता है और फिर अचानक स्क्रीन ब्लैक हो जाती है। यह दृश्य जैसे-जैसे सोशल मीडिया पर फैलने लगा, लोगों ने इसे ‘Live War Footage’ कहना शुरू कर दिया।
🇮🇱 इज़राइली पक्ष क्या कहता है?
इज़राइली मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया कि यह हमला “मिलिट्री साइबर फैसिलिटी” को लक्ष्य बनाकर किया गया था, जो तेहरान के बाहरी इलाके में स्थित थी। इज़राइल ने आरोप लगाया कि वहां से उनके सिस्टम पर साइबर हमले संचालित हो रहे थे।
इज़राइल के रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, यह ऑपरेशन आत्म-रक्षा के तहत किया गया, लेकिन उन्होंने यह नहीं स्वीकारा कि हमला किसी मीडिया केंद्र के इतने करीब हुआ।
🇮🇷 ईरान की तीखी प्रतिक्रिया
ईरान ने इस हमले को सीधी आक्रामकता करार दिया है। रक्षा मंत्रालय ने आधिकारिक बयान में कहा:
“यह न केवल हमारी संप्रभुता पर हमला है, बल्कि मीडिया की स्वतंत्रता पर भी सीधा वार है। इसका जवाब समय आने पर दिया जाएगा।”
ईरान सरकार ने संयुक्त राष्ट्र को एक औपचारिक शिकायत भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
दुनिया का रुख
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने घटना को “गंभीर” बताया और दोनों देशों से संयम बरतने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि मीडिया कर्मियों की सुरक्षा हर देश की जिम्मेदारी है।
भारत, अमेरिका, रूस, फ्रांस और जर्मनी जैसे प्रमुख देशों ने इस घटना पर चिंता जताई है और किसी भी तरह के सैन्य तनाव को टालने की अपील की है।
सोशल मीडिया पर तूफान
घटना के तुरंत बाद, ट्विटर (अब X), इंस्टाग्राम और टेलीग्राम पर इस वीडियो की क्लिप्स शेयर होने लगीं। कुछ ही घंटों में हैशटैग्स #IranUnderAttack, #LiveMissileStrike, #NewsAnchorBlast और #IsraelIranWar ट्रेंड करने लगे।
यूज़र्स की प्रतिक्रियाएं:
- “एक एंकर LIVE न्यूज़ पढ़ रही थी… और अगली ही पल वो युद्ध के बीच आ गई। यह डरावना है।”
- “मीडिया अब युद्ध की पहली लाइन पर है। ये वीडियो झकझोर देने वाला है।”
मानसिक प्रभाव और मीडिया पर खतरे
मनोवैज्ञानिकों का मानना है कि ऐसी घटनाएं केवल शारीरिक खतरा नहीं होतीं, वे मानसिक आघात का कारण भी बनती हैं। रिपोर्ट्स के अनुसार, सईदा अल्वी को मामूली सदमा पहुंचा है, और उन्हें मनोवैज्ञानिक सहायता दी जा रही है।
यह घटना एक बार फिर यह सवाल उठाती है:
क्या युद्ध की आग अब पत्रकारों और सच्चाई के वाहकों तक पहुंच चुकी है?
क्यों है ये घटना बेहद विवादास्पद?
- मीडिया हाउस के पास हमला, जिससे पत्रकारों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठे हैं।
- LIVE प्रसारण के दौरान युद्ध का असर, जो दर्शकों को सीधा भावनात्मक झटका देता है।
- वीडियो फुटेज के वायरल होने से अंतरराष्ट्रीय दबाव, जिससे यह केवल एक सैन्य घटना न होकर एक वैश्विक मुद्दा बन गया।